मथुरा टुडे ब्यूरो।
पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी जहां एक ओर पहाड़ी क्षेत्र में सोना बरसा रही है तो वहीं उत्तरप्रदेश में मौसम की बदली करवट किसानों के लिए चिंता का विषय बनने लगी है। हालांकि कृषि विशेषज्ञों को मानना है कि वर्तमान हालातों में तो फसलों के लिए बारिश उपयोगी है लेकिन यदि ज्यादा बारिश होती है या फिर ओल पड़ते हैं तो यही वरदान अभिशाप में बदल सकता है।
बदलते मौसम की इस करवट को लेकर मौसम विभाग ने आने वाले 24 घंटे के लिए अलर्ट जारी किया है।
शुक्रवार की रात से ही पूरे प्रदेश के मौसम ने अचानक करवट सी ले ली है जिसके चलते कभी तेज धूप तो कभी बादल तो कभी बारिश की शक्ल में प्रकृति अपने नये नये रुप दिखा रही है। यही कारण रहा कि रविवार की सुबह जहां बादल और बूंदाबादी रही तो कुछ ही देर बाद खिली खिली धूप नजर आयी तो कुछ ही देर बाद घने बादलों के साथ बारिश होने लगी। पूरा दिन मौसमी उतार-चढ़ाव से भरपूर रहा।
मौसम विभाग की मानें तो आने वाले 24 घण्टों में ऐसा ही मौसम रहने के आसार हैं।
कृषि विशेषज्ञों द्वारा दी जा रही जानकारी के मुताबिक यह बारिश गन्ना, सरसों, गेहूं, मटर, आदि के लिए वरदान के समान है साथ ही जिन किसानों ने गेहूं की फसल की बुबाई देरी से की है उनके लिए भी यह बारिश फायदेमंद साबित होगी लेकिन यदि बारिश ज्यादा तेज हुई या ओले पड़े तो यही बारिश किसान ओर फसलों के लिए भारी परेशानी का सबब बन सकती है जिससे किसानों को नुकसान हो सकता है।
कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक पिछड़ी प्रजातियों की राई व सरसों की फसलों के लिए इस बारिश से कुछ नुकसान हो सकता है लेकिन ओले पड़ने की दशा में भारी काफी नुकसानदायक स्थिति उत्पन्न हो सकती है।