गुरुकुल परंपरा के रास्ते ही भारत के विश्व गुरु बनने का किया आव्हान
सामाजिक,राजनितिक,आर्थिक मुद्दों पर एक मत नीति से बनेगा महासंघ । अधिवेशन में आयोजित हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम, दर्शक हुए मंत्रमुग्ध
रिपोर्ट – कमल सिंह यदुवंशी
गोवर्धन। सनातन संस्कृति संग गुरुकुल परम्परा को पूनर्स्थापित करने को समूचे भारत में आचार्य समाज जान से जुटेगा। गिरिराज तलहटी में अखिल भारतीय आचार्य ब्राम्हण कल्याण परिषद के राष्ट्रीय अधिवेशन मे संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर लोकनाथ पाण्डेय ने उक्त बातें कही। इस दौरान उन्होंने कहा कि गुरुकुल परंपरा के रास्ते ही भारत पुनः विश्व गुरु बनेगा।
डॉ. पाण्डेय ने कहा कि भारत में आचार्य समाज के अनेक संगठन बन चुके है। ऐसे में इस अधिवेशन में सामाजिक,राजनितिक,आर्थिक मुद्दों पर एक मत के नीति निर्धारण हेतु एक महा संघ बनाने समेत कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव भी पास किये गये है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के लिए ब्रम्ह समाज महा ऋषि दधीचि की तरह अपनी हड्डियों का भी बलिदान कर सकता है तो मंगल पाण्डेय की तरह अंग्रेजी सरकार के दमन के खिलाफ क्रांति की आग भी लगा सकता है।
इस मौके पर उन्होंने बताया कि सम्मेलन में छत्तीसगढ़,मध्य प्रदेश, राजस्थान,हरियाणा, यूपी ,बिहार दिल्ली समेत अनेक प्रदेशों से लोग जुटे है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भागवताचार्य पूज्य लक्ष्मी दीदी ने कहा हम भगवान परशुराम की संताने हैँ। जरूरत पड़ने पर शास्त्र के साथ शस्त्र उठा कर देश व समाज के लिए अपना सबकुछ न्योछावर कर सकते है। संगठन के संस्थापक अमित शर्मा ने कहा कि हमारा समाज खंड-खंड में बिखरा पड़ा है। अब उसे सुसज्जित करके देश में तरक्की के नए सोपान की ओर बढ़ाना है।
आपको बता दें कि उपरोक्त विचार श्री गिर्राज तलहटी में आयोजित हो रहे अखिल भारतीय आचार्य ब्राह्मण कल्याण परिषद के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान व्यक्त किये गये।
सामूहिक गिर्राज महाराज के दर्शन करने के बाद प्रदेशों से आए लोग सप्तकोशी परिक्रमा में भी सम्मिलित हुए, साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन हुआ जिसमें राधा कृष्ण की मनोहरी छटा ने उपस्थित दर्शकों को मंत्रमुग्ध की दिया।
इस अवसर पर डॉ. लोकनाथ पाण्डेय देवकिशन आचार्य , प्रोफेसर सत्य शर्मा, दीपक बागड़ी, सार्जेन्ट अभिमन्यु पांडेय, रामगोपाल आचार्य, सुरेश आचार्य, ममता शर्मा, पूजा पाण्डेय, नितिन शर्मा, कैप्टन प्रमोद पांडेय, ओ पी पाण्डेय, आशुतोष पाण्डेय, सुरेंद्र पाण्डेय, अवधेश द्विवेदी, इंजीनियर जनार्दन पाण्डेय, मीरा देवी,नेहा पाण्डेय, सतीश तिवारी आदि मौजूद रहे।