किसानों पर ड्रोन से दागे गए आंसू गैस के गोले
न्यूज डेस्क, मथुरा टुडे। अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर किसान और केन्द्र सरकार आमने-सामने आ गये है। एक ओर जहां सरकार बातचीत के माध्यम से समस्या का समाधान करना चाहती है तो वहीं किसान अपनी जिद पर अड़े हैं और वर्तमान हालातों को देखते हुए ये कहना गलत नहीं होगा कि किसान जबरन अपनी मांगों को मनवाने पर आमादा हैं।
जिसका प्रमाण मंगलवार को शंभू बॉर्डर पर साफतौर पर देखने को मिला जहाँ कि किसानों द्वारा सुरक्षाबलों पर पथराव करने की घटना की जानकारी सामने आयी।
जानकारी के मुताबिक केन्द्र सरकार के निर्देश पर केन्द्रीय सुरक्षाबलों द्वारा किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गये हैं। इंतजामों के चलते आगे न बढ़ पा रहे किसानों ने उग्र प्रदर्शन करना शुरु कर दिया और सुरक्षाबलों पर पथराव करना शुरु कर दिया जिससे वहां के हालात तनावपूर्ण हो गये।
पथराव होते ही सुरक्षाबल भी हरकत में आ गये और किसी तरह का सीधे बल प्रयोग करने के बजाय सुरक्षा बलों ने टेक्नोलॉजी का सहारा लेते हुए ड्रोन के माध्यम से किसानों पर आंसू गैस के गोले दागना शुरु कर दिया जिससे किसानों में भी अफरा-तफरी सी मच गयी।
हालांकि इस बीच यह भी कहा जा रहा है कि पथराव करने वाले लोग किसान नहीं थे बल्कि कोई असामाजिक तत्व थे जिन्होंने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है।
हम आपको बता दें कि पंजाब के किसान एक बार फिर वही पुरानी मांगों स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने, एमएसपी पर गारंटी, लखीमपुर खीरी हादसे पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने, पूर्व में हुए किसान आन्दोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को सरकारी नौकरी व मुआवजा राशि देने को लेकर सड़कों पर उतरे पड़े हैं।
जानकारी के मुताबिक शंभू बॉर्डर पर हुए इस पथराव के बाद प्रशासन ने किसानों को हिरासत में लेना शुरु कर दिया है।