मथुरा टुडे (न्यूज डेस्क) भारत मंडपम में चल रहे भारतीय जनता पार्टी के दो दिवसीय राष्टीय अधिवेशन में भाग लेने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब अधिवेशन को संबोधित किया तो अपने संबोधन में उन्होंने परमपूज्य आचार्य विद्यासागर जी को याद किया।
प्रधानमंत्री ने आचार्य श्री विद्यासागर के साथ बिताए हुए अपने समय को याद करते हुए कहा कि मैंने जो भी समय उनके साथ बिताया वह मेरे लिए स्वर्णिम पल थे, ये मेरा सौभाग्य था ।
मोदी ने कहा कि दिगंबर परंपरा के संत होते हुए भी वह देश के प्रति इतने जागरुक थे और मुझसे इतना स्नेह करते थे कि कई मुद्दों पर वह मुझे अपना संदेश मुझे भेजते थे।
इस दौरान उन्होंने समस्त देशवासियों की ओर से परम पूज्य आचार्य श्री 108 पूज्य विद्यासागर जी महाराज को नमन करते हुए अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान प्रधानमंत्री इतने भावुक हो गये कि लगभग एक मिनट तक चाहते हुए भी बोल नहीं सके। ऐसा लग रहा था कि मानो उनके गले से आवाज ही नहीं निकल पा रही।