मनीष चतुर्वेदी की कलम से……..
मोदी मतलब गारंटी और गारंटी मतलब गारंटी पूरी होने की गारंटी।
जी हां, वर्तमान में मोदी की गारंटी ने भाजपाईयों में 400 पार की गारंटी का भरोसा कूट-कूट कर भरा हुआ है वो ऐसे ही नहीं है। मोदी ने अपनी गारंटी को समय-समय पर साबित भी किया है और समय आने पर उसे कैश भी किया है।
इतना ही नहीं मोदी इस बात की गारंटी भी दे चुके हैं कि राजनैतिक दुश्मन जब-जब उन पर वार करेंगे तब-तब वह उस वार को उनके ही खिलाफ अपने हथियार में बदल देंगे।
आपको याद होगा कि पूर्व में भी जब विपक्षी दलों द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जुबानी हमले करते हुए अपशब्दों का उपयोग किया गया था तब नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि तुम जितने पत्थर फैंकोगे उस हर पत्थर से मैं अपना घर बना लुंगा।
ऐसा ही एक उदाहरण तब देखने को मिला जब राहुल गांधी ने नरेन्द्र मोदी के चौकीदार वाले बयान पर जुबानी हमला करते हुए एक नारा दिया था कि ‘‘चौकीदार चोर है’’, मोदी ने तब भी इस वार को अपने हथियार में तब्दील करते हुए नया नारा दिया था जिसका असर पूरे देश में देखने को मिला और मोदी का हर समर्थक ने कहना शुरु कर दिया कि मैं भी चौकीदार।
जिसका परिणाम भी पूरी दुनियां ने देखा और नरेन्द्र मोदी ने पहले से ज्यादा मजबूत होकर सत्ता में लगातार दूसरी बार वापसी की।
अब जब वह तीसरी बार की सरकार बनाने का दावा करते हुए 400 के पार की गारंटी दे रहे हैं तो उस गारंटी को सही साबित करने के लिए विपक्ष ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर व्यक्तिगत टिप्पणी का वार करके वार को हथियार बनाने का मौका दे दिया है।
जिस परिवारवाद के खिलाफ मोदी हमेशा से मुखर रहे हैं उसी परिवारवाद की पटरी पर विपक्ष ने मोदी की रेल को दौड़ाने का काम कर दिया है।
मोदी के खिलाफ लालू यादव ने बिहार में एक रैली के दौरान नरेन्द्र मोदी के परिवार को लेकर जो व्यक्तिगत टिप्पणी की निश्चिततौर पर वह राजनैतिक मर्यादा के खिलाफ तो है ही अशोभनीय भी है जिसे लेकर विपक्ष कितना भी स्पष्टीकरण दे उसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।
लेकिन यहां भी मोदी विपक्ष से आगे निकल गये और उन्होंने लालू प्रसाद यादव के इस बयान रुपी वार को अपने हथियार में बदल दिया और तेलंगाना के आदिलाबाद में एक सभा के दौरान उन्होंने इस हथियार का प्रयोग करते हुए पलटवार किया और कहा कि पूरा भारत मेरा परिवार है।
नरेन्द्र मोदी ने इस सभा के दौरान मोदी ने एक नया नारा भी दे डाला और वो नारा है भारत मेरा परिवार। जिसे जनता और मोदी समर्थकों ने हाथों-हाथ लिया है और अब भाजपा नेता हो या फिर मोदी समर्थक ने अपनी पहचान के तौर पर मोदी का परिवार कहना और लिखना शुरु कर दिया है।
कहने को तो मोदी का ‘‘परिवार’’ एक वाक्य हो सकता है लेकिन इसका असर बेहद ही भावात्मक है, जो कि हर व्यक्ति को पार्टी लाइन से उठकर सीधे नरेन्द्र मोदी से जोड़ेगा, लिहाजा इसका सीधा असर चुनावी नतीजों पर पड़ने वाला है।
अंत में यह कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि मोदी की गारंटी को पूरी करने की गारंटी इस बार विपक्षी खेमे से निकल कर आयी है जिसका सीधा फायदा नरेन्द्र मोदी की सरकार को ही होने वाला है।
संभवतः विपक्ष को भी अहसास होने लगा है उनका किया हुआ वार एक बार फिर उन्हें ही भारी पड़ने वाला है।