कुंडली-सिंधु एवं टीकरी-गाजीपुर समेत सभी सीमाओं की हुई किलेबंदी।
दिल्ली। किसान आंदोलन की चिंगारी एक बार फिर आग बनने के लिए बेताब है। जिसके चलते एक बार फिर दिल्ली को किसान और सरकार की खींचातानी का साक्षी बनना होगा।
जानकारी के मुताबिक सरकार से वार्ता विफल होने के बाद पंजाब के किसान मंगलवार को दिल्ली के लिए कूच करेंगे। हालांकि सरकार की ओर से अभी भी यही कहा जा रहा है कि सरकार किसानों के हित के लिए हमेशा वार्ता करने को तैयार है और इसका समाधान भी बातों के माध्यम से ही निकलेगा।
लेकिन किसानों के दिल्ली कूच के एलान से लगता नहीं कि ये विरोध की हवा जल्द ही थमने वाली है।
यही कारण है कि सरकार ने हालातों को दृष्टिगत रखते हुए किसानों को दिल्ली में न घुसने देने की व्यवस्था की है ताकि दिल्ली में एक बार फिर पुराना इतिहास न दोहरा पाए। जिसके चलते सरकार द्वारा दिल्ली में आगामी एक महीने तक के लिए धारा 144 लागू कर दी है।
इतना ही नहीं दिल्ली से सटी कुंडली-सिंधु एवं टीकरी-गाजीपुर समेत सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है।
हरियाणा सरकार भी हुई सतर्क, सुरक्षा के किये व्यापक इंतजामात।
एक ओर जहां दिल्ली में सुरक्षा को लेकर जबरदस्त इंतजाम किये गये हैं वहीं दूसरी ओर इस आन्दोलन से प्रभावित होने वाले हरियाणा प्रदेश की सरकार भी एलर्ट मोड पर आ गयी है जिसके चलते हरियाणा सरकार ने भी प्रभावित होने वाली अपनी सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है।
प्रदेश के 17 जिलों में धारा 144 जारी की गयी है और कुछ जिलों में इंटरनेट सेवा को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
वहीं किसानों को रोकने के लिए सीमा पर जगह-जगह सीमेंट के ब्लॉक्स, कंटीले तार, और सड़क पर कीलें लगाकर किसानों को रोकने के इंतजाम किए गये हैं।
तमाम सुरक्षा व्सवस्था के लिए व किसी भी हालात से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने बीएसएफ व सीआरपीएफ की 64 कंपनियों को तैनात किया गया है। वहीं सिरसा के चौधरी दलबीरसिंह स्टेडियम और गुरु गोबिंदसिंह स्टेडियम डबवाली में दो अस्थायी जेलों के तौर पर तैयार किया गया है।