जंतर-मंतर पर होगा केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन। मोदी सरकार पर लगाये आर्थिक भेदभाव के आरोप
मथुरा टुडे ब्यूरो।
जैसे जैसे 2024 के चुनावों का समय नजदीक आ रहा है भाजपा की विपक्षी पार्टियां अपने अपने तरीके से मोदी सरकार को घेरने में जुटी हैं। वहीं दूसरी ओर भाजपा भी अपने 400 पार के मिशन में लगी हुई है।
चुनावी मैदान में बिछी बिसात में हर कोई एक दूसरे के बल पर अथवा सहारे अपने विपक्ष को चित करने में लगा है यही कारण है कि हर दिन नये नये मुद्दे और नये नये आरोपों की फेहरिस्त लम्बी होती जा रही है।
इसी फैहरिस्त में एक और आरोप उस समय जुड़ गया जब कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री के भाई और कांग्रेस सांसद डी.के.सुरेश ने सदन में मोदी सरकार पर दक्षिण प्रदेशों के साथ आर्थिक भेदभाव का करने का आरोप लगाया था। इतना ही नहीं आरोप लगाते समय उन्होंने दक्षिण प्रदेशों द्वारा अलग देश की मांग को लेकर भी संभावना जताई थी।
संभवतः आर्थिक भेदभाव के आरोप की लड़ाई अब चुनावी जंग बन चुकी है जिसके चलते आज सिद्धारमैया सरकार दिल्ली स्थित जंतर-मंतर पर केन्द्र सरकार के खिलाफ अपना मोर्चा खोलेंगे और धरना-प्रदर्शन करेंगे।
गौरतलब है कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने केंद्र सरकार पर आर्थिक भेदभाव के आरोप लगाए हैं। और अपने इसी विरोध को प्रभावी बनाने के लिए सीएम सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार समेत कांग्रेस के कई कांग्रेस नेता दिल्ली पहुंच चुके हैं जो कि कांग्रेस के बैनर तले बुधवार को यानि कि आज दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे।
दक्षिण कांग्रेस ने मेरा टैक्स-मेरा अधिकार का नारा देते हुए केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि केन्द्र सरकार ने भेदभावपूर्ण नीतियों के चलते वर्ष 2017-18 के बाद से अब तक कर्नाटक सरकार को 1.87 लाख करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हो चुका है। लेकिन अब वह इस नुकसान को बर्दाश्त नहीं करेंगे और न ही केन्द्र सरकार की भेदभावपूर्ण नीतियों को।
कांग्रेस की घोषणा के मुताबिक 7 फरवरी यानि कि आज कर्नाटक सरकार के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, दक्षिण कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिल्ली के जंतर मंतर पर एकत्रित होकर केन्द्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।
इस दौरान कर्नाटक के सीएम डी.के.शिवकुमार ने स्पष्ट करते कर्नाटक भाजपा से भी अपील करते हुए कहा है कि उनका विरोध प्रदर्शन भाजपा से नहीं है बल्कि केन्द्र सरकार की नीतियों से है लिहाजा भाजपा कर्नाटक भाजपा के भी सभी विधायकों अथवा नेताओं को उनके इस प्रदर्शन का समर्थन करते हुए हमारे इस धरना प्रदर्शन में भाग लें।