भारतीय जनता पार्टी के दो दिवसीय राष्टीय अधिवेशन के दूसरे और अंतिम दिन कार्यक्रम में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अधिवेशन को संबोधित किया। अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं से कहा कि देश के करोड़ों भारतीयों का विकास ही मोदी का संकल्प है और हर भाजपा कार्यकर्ता देश की सेवा के लिए संकल्पित है।
उन्होंने कहा कि हम राजनीति के लिए नहीं बल्कि राष्ट नीति के लिए निकले हैं। हम छत्रपति शिवाजी को मानने वाले हैं और उन्हीं से प्रेरणा लेकर मैंने जनसेवा के लिए कार्य करना सीखा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं अपने सुख और वैभव के लिए जीने वाला व्यक्ति नहीं हूं जन सेवा की सेवा के लिए आया हूं। मोदी सरकार का ये तीसरा टर्म सत्ता भोग के लिए नहीं है बल्कि जन सेवा के लिए है।
मैंने सिर्फ अपने निजी परिवार के बारे में कभी नहीं सोचा, अगर सोचता तो अपने देश के करोड़ों गरीबों के लिए घर नहीं बना पाता।
मैं जागता हूं, जूझता हूं क्योंकि देश के करोड़ों माता, बहनों, बच्चों व बुजुर्गों के सपने पूरे करना ही मेरा संकल्प है और इसी संकल्प की पूर्ति के लिए हम दिन-रात एक कर रहे हैं।
मोदी ने कहा कि यह तो एक पड़ाव मात्र है और मंजिल तक पहुंचने का विश्वास है। अपने करोड़ो देशवासियों के लिए अभी बहुत से निर्णय बाकी हैं जो करने है।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं को देश की शक्ति बताया और भारत को विकसित राष्ट बनाने का आधार भी।
मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं से आव्हान करते हुए जीत का मंत्र दिया और कहा कि हमें देश के हर उस लाभार्थी तक पहुंचना है, हर उस युवा तक पहुंचना है जो कि जीवन में पहली बार अपने वोट का इस्तेमाल करने जा रहा है और उन तक सरकार की उपलब्धियों को बताना है।
उन युवाओं को हमें विकसित भारत का ब्राण्ड एंबेसडर बनाना है।
यही नहीं प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं से कहा कि अपने-अपने अपने क्षेत्र में जाईये और हमारे फर्स्ट टाइम वोटर से ही नहीं अंतिम छोर पर खड़े हर युवा, हर लाभार्थी, हर माता-बहन और हर बुजुर्ग से मेरी ओर से कहिए कि उनके सेवक नरेन्द्र मोदी ने उन्हें प्रणाम भेजा है उसे स्वीकार करें।