आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में श्री राम मन्दिर के नवीन भवन में होने वाले श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण ठुकराने के बाद से ही कांग्रेस की बेचैनी और ज्यादा बढ़ती नज़र आ रही है l शायद यही कारण है कि निमंत्रण ठुकराने के बाद कांग्रेस नेता अपने अपने अंदाज़ में सफाई दे रहे हैं और खुद को राम विरोधी साबित होने से बचाने में लगे हुए हैं l गौर करने वाली बात है कि जिस तरह इस मामले में कांग्रेस के अंदर ही धर्मयुद्ध का शंखनाद हो रहा है उसे लेकर कांग्रेस बेहद डरी हुई है l यही कारण है कि निमंत्रण ठुकराने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक बार फिर सफाई देते हुए कहा है कि राम लोगो कि आस्था का विषय हैं और हम लोगों की आस्था का सम्मान करते हैं l मल्लिकार्जुन खड़गे के मुताबिक कांग्रेस राम विरोधी नहीं है बल्कि हमने तो सिर्फ एक समारोह का निमंत्रण ठुकराया है और इस समारोह में भाग न लेने वाला राम विरोधी या हिंदू विरोधी नहीं हो सकता l वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता इमरान मसूद का मानना है कि उनका धर्म तो महज़ 1300 वर्ष पूर्व ही अस्तित्व में आया है लिहाज़ा श्री राम कभी हमारे भी पूर्वज रहे हैं l वहीं असद्दुदीन ओवैसी अपने चिर परिचित अंदाज़ और मंशा के अनुरूप मुसलमानों को 6 दिसंबर को हुए बाबरी विध्वंस का हवाला देकर विरोध की अग्नि को हवा देने में लगे हुए हैं l
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- February 12, 2024
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